• तारा किसे कहते है, तारे क्या है, तारों की उत्पत्ति, तारे का जीवन चक्र, तारे कैसे बनते है?
1. हमारी आकाशगंगा में हर 18 दिन में एक नया तारा बनता है। सभी तारे अपने जीवन की शुरूआत एक धूल के बादल के रूप में करते है जिसे 'Nebulae' कहा जाता है। ये 74% hydrogen और 25% helium से मिलकर बने होते है। इनके कोर में hydrogen की मदद से न्यूक्लियर रिएक्शन होती रहती है जिससे इतनी एनर्जी मिल जाती है कि ये सालों तक चमकते रहते है। तारों का जीवन अरबों साल का होता है लेकिन जितना बड़ा तारा उतनी ही कम उसकी आयु उदाहरण के लिए, Eta Carinae तारे को हो ले लिजिए यह सूर्य से 150 गुना बड़ा और 40 लाख गुना ज्यादा ऊर्जा उत्सर्जित करता है यह बस कुछ लाख साल का ही मेहमान है बल्कि सूरज अभी करोड़ो साल तक जिएगा। यह तारा कभी भी सुपरनोवा में बदल सकता है. जब भी ऐसा होगा यह सूर्य और चंद्रमा के बाद आकाश में सबसे चमकीली चीज होगी और दिन में भी दिखाई देगा। सुपरनोवा में बदलने से पहले तारे लाल दानव का रूप लेते है और इस स्थिती में लाखों वर्ष तक रहते है। उसके बाद सफेद वामन और फिर काले वामन का रूप लेते हैं फिर सुपरनोवा में बदलकर फटने के कारण खत्म हो जाते है तो गुरूत्वाकर्षण बल के कारण एक नया तारा Neutron' पैदा होता है। ये इतना interesting है कि मैनें इसके बारे में अलग से पोस्ट डालने का विचार बनाया है बस इतना जान लिजिए कि इसकी एक चम्मच सामग्री का सबसे चमकीला तारा विचार बनाया है बस इतना जान लिजिए कि इसकी एक चम्मच सामग्री का वजन धरती के सभी इंसानों के वजन के बराबर है. बस बाकी तो इसकी पोस्ट में ही पढ़ना....
•तारे क्यों चमकते या टिमटिमाते है ?
2. आपने "Twinkle Twinkle Little Star" poem तो सुनी ही होगी.. लेकिन ये सच नही है। तारें कभी टिमटिमाते नहीं है. बस हमें ऐसा लगता है। जब तारे क्षितिज़ के पास होते है तो इन्हें कम और ज्यादा घनत्व वाली परतों से गुजरना पड़ता है इसलिए इनका प्रकाश कभी कम होता है कभी ज्यादा.. और हमें ये चमकते या टिमटिमाते हुए प्रतीत होते है।
•सबसे बड़ा तारा
3. 'UY Scuti' ब्रह्मांड का सबसे बड़ा तारा है यह सूर्य से 1708 गुना बड़ा है और इसका आयतन सूर्य से 5 अरब गुना ज्यादा है. यह पृथ्वी से 9500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है।
•सबसे छोटा तारा
4."EBLM J0555-57Ab ब्रह्मांड का सबसे छोटा तारा है यह शनि ग्रह के आकार का है। यह 600 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है. इस तारे पर गुरुत्वाकर्षण बल धरती से 300 गुना ज्यादा है।
•सबसे चमकीला तारा
5. 'Sirius' तारा आसमान का सबसे चमकीला तारा है. ये इतना चमकता है कि कई बार लोग इसे UFO समझ लेते है. यह सूर्य से भी 20 गुना ज्यादा चमकदार है।
•सबसे पुराना तारा
6. तारों की औसतन उम्र 1 से 10 अरब साल तक होती है. लेकिन अभी तक ज्ञात सबसे पुराना तारा 14.46 अरब साल + 0.8 साल यानि ब्रह्मांउ से भी पुराना है।यह धरती से 190 light years की दूरी पर स्थित है।
•आसमान में कितने तारे..
7. आसमान में नंगी आंखों से सिर्फ 9096 तारे ही देखे जा सकते है इससे ज्यादा देखने के लिए आपको दूरबीन का प्रयोग करना पड़ेगा और ये लगभग सभी तारे सूर्य से बड़े और ज्यादा चमकदार होते हैं।अब बात करते है कि आसमान में कितने तारे है? हमारी मिल्की वे आकाशगंगा में करीब 2 से 4 खरब तारें है और ऐसी-ऐसी आसमान में 1 खरब आकाशगंगाएँ है।कुल मिलाकर ब्रह्मांड में इतने तारें है कि 1 के पीछे 24 zero. मतलब, रेत के कणों से भी ज्यादा। अगर आप 1 मिनट में 100 तारे गिने तो भी आपको एक पूरी आकाशगंगा गिनने में 2000 साल लगेगे।
•टूटता तारा क्या है?
8. वास्तव में तारे टूटते नहीं है ये बस हमारा वहम है. जो हमें गिरते हुए दिखाई देते है वो असल में वो उल्का पिंड होते है. तो फिर ये कहाँ गिरते है ? अंतरिक्ष से पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते ही ये जल उठते है और राख बन जाते है और ये ज्यादातर समुंद्रों में ही गिरते है।
•यदि तारें गायब हो जाए तो...?
9. सिवाय सूरज के अगर सभी तारें गायब हो जाए तो हमें इस बात का 4 साल बाद पता चलेगा।हमारी मिल्की वे गैलेक्सी में तारों की ऊर्जा 10467 Joule (1 के पीछे 67 zero) है वो खत्म हो जाएगी। तारों का वज़न बहुत ज्यादा है तो सारे तारों के गायब होने से मिल्की वे गैलेक्सी का वजन 5% तक कम हो जाएगा. और यदि ये तारे सुपरनोवा प्रकिया के द्वारा खत्म होते है तो हमें बहुत अधिक मात्रा में फ्लैश दिखेगा. बाकी कुछ बड़ा घटित नही होगा.. लेकिन अगर सूर्य गायब हो गया तो फिर दिक्कतें ज्यादा बढ़ जाएगी।
10. तारों की रोशनी को धरती तक पहुंचने में कई साल लग जाते है. इसका मतलब, जब आप आसमान में सितारों को देखते है तो आप भूतकाल में देख रहे होते है. जो सूर्य हमें दिखता है वह 8.3 मिनट पुराना और जो अल्फा सेंचुरी हमें दिखता है वह 4 साल पुराना होता है।
•तारों का रंग और तापमान
11. तारों का रंग और तापमान और द्रव्यमान पर निर्भर करता है। ये लाल, सफेद और नीले रंग के हो सकते है। लाल तारें सबसे ठंडे होते है इनका तापमान 3500 केल्विन (3226°C) से कम ही रहता है। सूर्य की तरह पीले-सफेद तारों का तापमान 6000 केल्विन (5726°C) के आसपास रहता है। सबसे गर्म नीले रंग के तारे होते है जिनका तापमान 12,000 केल्विन (11726°C) के आसपास रहता है।
•सबसे नजदीक का तारा
12. हमारे सबसे नजदीक का तारा है सूर्य। लेकिन यह भी 14.96 करोड़ किलोमीटर दूर है। सूर्य के बाद जो सबसे नजदीक का तारा है वह है 'Proxima Centauri' जो धरती से 4.22 प्रकाश वर्ष यानि 3 नील 99 ख़रब 24 अरब 28 करोड़ 25 लाख किलोमीटर की दूरी पर है (39,924,282,594,290 km). light को भी यहाँ तक पहुंचने में 4.2 साल लग जाएगे और अभी हमारे पास जो सबसे फास्ट टेक्नोलॉजी है उससे यहाँ तक पहुंचने में 75 हज़ार साल लग जाएंगे।
•सबसे दूर का तारा
13. असल में वैज्ञानिक अभी तक सबसे दूर के तारे को नहीं ढूंढ पाए है लेकिन नंगी आंखो से अंधेरी रात में दिखाई देने वाला सबसे दूर का तारा है 'Deneb', यह 19 पदम मील (19,000,000,000,000,000 miles) दूर से भी दिखाई दे जाता है।
•सबसे ठंडा तारा
14. WISE J085510.83-071442.5 ब्रह्मांड का सबसे ठंडा तारा है। इसका तापमान -48°C से -13°C के बीच है. यह सूर्य से 7.2 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है. इस प्रकार यह सूरज का चौथा सबसे करीबी तारा है।
•सबसे गर्म तारा
15. 2,09,726°C Temp. के साथ Wolf-Rayet 102' आसमान का सबसे गर्म तारा है।
•ध्रुव तारा
16. लोग सदियों से उत्तरी ध्रुव तारें को दिशा जानने के लिए प्रयोग करते आ रहे है। क्योंकि उन्हें लगता था कि अन्य तारें चलते रहते है, लेकिन यह आसमान में एक जगह फिक्स है. लेकिन अब ये सब कहानियाँ बनकर रह गई है और सच्चाई ये है कि ध्रुव तारा भी अपनी जगह पर स्थिर नहीं है।
•धूमकेतु या पुच्छल तारा
17. आकाश में पुच्छल तारे भी होते है. इनकी पूंछ अमोनिया, मिथेन, भाप और बर्फ के कणों से बनी होती है जो लाखों मील लंबी हो सकती है। इसकी पूँछ की दिशा हमेशा सूर्य से दूर की ओर होती है. ये भी अपने अक्ष पर सूर्य के चक्कर काटते है एक अनुमान के मुताबिक हर साल 9 नए धूमकेतु की खोज होती है।
1 Comments
I got lots of information from this article
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