उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल योजना
सहकारी बैंक दे रहा है 3 साल तक के लिए बिना ब्याज का लोन, शुरू कर सकते हैं ये व्यवसाय
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल, योजना (Uttarakhand Cooperative Bank, Self Employment, Model, Scheme, Tehri District, Government Subsidy, Loan, Business, Migrants, Application in Hindi)
देश में केंद्र एवं सभी राज्य सरकार इस कोरोना महामारी के चलते यह प्रयास कर रही हैं, कि देश के सभी वर्ग के लोगों तक आर्थिक मदद पहुंचाई जा सके. लेकिन सरकार उन्हें आर्थिक मदद देने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाना चाहती हैं. इसलिए उनके लिए स्वरोजगार के अवसर भी शुरू करने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है. हालही में उत्तराखंड के सहकारी बैंक द्वारा राज्य के कुछ ऐसे लोगों के लिए एक स्कीम निकाली हैं जोकि पहाड़ी क्षेत्रों में रहते हैं. उनके लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से सहकारी बैंक ऐसे लोगों को आने वाले 3 साल तक लोन प्रदान करने की सुविधा दे रहे हैं. और इसकी खास बात यह हैं कि यह लोन ब्याज मुफ्त लोन है. जी हाँ इसमें कोई ब्याज नहीं देना होगा. आइये विस्तार से इस योजना एवं इसके लाभ की जानकारी आपको देते हैं.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model)
उत्तराखंड राज्य में अधिकतर स्थान पहाड़ी क्षेत्रों वाले हैं, उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ऐसी जगह में रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार कुछ योजनायें ले कर आते रहते हैं. लेकिन इस बार उत्तराखंड के सहकारी बैंक पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए सामने आये हैं. उत्तराखंड में एक जिला टिहरी है, जहाँ पर एक सहकारी बैंक द्वारा अपने जिले के गरीब लोगों के लिए एक स्वरोजगार मॉडल शुरू करने का ऐलान किया गया हैं. इस मॉडल के तहत ही कुछ चुने हुए व्यवसाय को शुरू करने के लिए सहकारी बैंक उन्हें बिना ब्याज पर लोन देने जा रहे हैं. और यह लोन प्रदान करने की अवधि 3 साल तय की गई हैं. इस ऐलान से पूर्व जिले के सभी सहकारी बैंकों की एक मीटिंग की गई थी जिसमें यह प्रस्ताव दिया गया. और इसे राज्य सरकार की सहमति से सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत जी द्वारा मंजूरी भी दे दी गई है.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल में दिया जाने वाला लोन (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model Loan Amount)
इस स्वरोजगार मॉडल में कुछ व्यवसाय के लिए कितना – कितना लोन प्रदान किया जा सकता हैं यह सुनिश्चित किया गया है. जिसकी जानकारी इस प्रकार हैं जैसे –
सैलून खोलने के लिए :- पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले लोग यदि सैलून का व्यवसाय शुरू करते हैं. तो इसके लिए उन्हें उत्तराखंड के सहकारी बैंक की तरफ से 1 लाख रूपये का लोन प्रदान किया जायेगा. जिससे वे सैलून खोलने के लिए सभी आवश्यक सामग्री, एग्रीमेंट एवं जिस भी चीज की आवश्यकता हैं उसकी आपूर्ति कर सकेंगे.
ब्यूटी पार्लर के लिए :- वहीँ अगर लाभार्थी पहाड़ी क्षेत्रों में ब्यूटी पार्लर यानि कि महिलाओं का पार्लर शुरू करते हैं. तो इसके लिए उन्हें 2 लाख रूपये की लोन राशि प्रदान की जाएगी. इतने पैसे वे पार्लर में उपयोग में लाइ जाने वाली सभी सामग्री एवं उपकरण को खरीद सकते हैं. और यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.
सब्जी की दूकान के लिए :- यदि कोई गरीब व्यक्ति सब्जी की दूकान खोलने के इच्छुक हैं, तो सहकारी बैंक बिना किसी ब्याज के साथ 50 हजार रूपये का लोन सब्जी की दूकान खोलने के लिए भी देने जा रहा है.
मटन, चिकन एवं फिश शॉप खोलने के लिए :- इसके अलावा जो लोग मटन, चिकन या फिश शॉप खोलना चाहते हैं. तो उन्हें भी इसके लिए सहकारी बैंक 1 लाख रूपये लोन देने जा रहा है.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल में लोन का वितरण (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model Loan Distribution)
उत्तराखंड के सहकारी बैंक द्वारा शुरू किये गये स्वरोजगार मॉडल में लोन राशि लाभार्थियों को एक बार में वितरित नहीं की जाएगी. बल्कि इसे लाभार्थी को किश्तों में प्रदान किया जायेगा. जिसका विवरण ये हैं –
पहली किश्त :- इस स्वरोजगार मॉडल में अपने खुद का व्यवसाय शुरू करने से पहले लाभार्थी को 5 साल का एग्रीमेंट कराना होगा. उसके लिए सहकारी बैंक पहली किश्त प्रदान करेंगे.
दूसरी किश्त :- अपने व्यवसाय के लिए या दूकान खोलने के लिए किन किन सामान की आवश्यकता होगी. वह खरीदने के लिए दूसरी किश्त प्रदान की जाएगी.
तीसरी किश्त :- लोन की आखिरी किश्त लाभार्थी को उनका व्यवसाय यानि दुकान शुरू होने से पहले प्रदान कर दी जाएगी.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल में प्रवासियों के लिए विशेष प्रावधान (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model for Migrants)
कोरोना वायरस जैसी महामारी के कारण उत्तराखंड के भी बहुत से ऐसे प्रवासी नागरिक थे जोकि वापस अपने घर लौटे हैं. लेकिन उनके घर लौटने का मुख्य कारण उनका रोजगार छिन जाना है. बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए उत्तराखंड के सहकारी बैंक द्वारा शुरू की गई इस पहल से प्रवासी नागरिकों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. प्रवासियों के लिए 3 से 5 गायों को खरीदने के लिए 25 % तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है. और यदि कोई नागरिक आँचल मिल्क बूथ जोकि वहां का स्थानीय उद्योग केंद्र हैं की स्थापना करता हैं तो उसके लिए 20 % तक की सब्सिडी देने का भी प्रावधान रखा गया है.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल से लाभ (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model Benefits)
उत्तराखंड के सहकारी बैंक द्वारा की गई इस पहल के चलते पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं.
इससे वहां के लोग खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सक्षम हो सकेंगे. और खुद का रोजगार शुरू कर सकेंगे.
इससे बेरोजगारी की समस्या ख़त्म हो जाएगी और साथ ही जिनके पास अपनी आजीविका चलाने का साधन नहीं हैं उन्हें सहायता मिल सकेगी.
इस पहल के चलते ज्यादा से ज्यादा लोग इसके साथ जुड़कर इसका फायदा उठा सकते हैं क्योकि इसमें उन्हें 3 साल तक कोई ब्याज नहीं चुकाना होगा.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल के लिए पात्रता मापदंड (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model Eligibility Criteria)
उत्तराखंड सहकारी बैंक के द्वारा शुरू किये जाने वाले स्वरोजगार मॉडल से निम्नलिखित लोग जुड़ सकते हैं –
उत्तराखंड के टिहरी जिले का निवासी :- इस मॉडल की शुरुआत उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित टिहरी जिले में की गई हैं. इसलिए लाभार्थी टिहरी का ही मूल रूप से निवासी होना आवश्यक है. हालांकि कुछ समय बाद इस पहल को राज्य के अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकता है. इसकी जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है.
गरीब नागरिक :- सहकारी बैंक की इस पहल का लाभ केवल गरीब नागरिक ही उठा सकता है. इसके अलावा इसका लाभ अन्य किसी को नहीं दिया जायेगा.
प्रवासी नागरिक :- इसके साथ ही उत्तराखंड के प्रवासी नागरिक भी इस मॉडल के तहत दी जाने वाली सुविधा का लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र होंगे.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model Required Documents)
मूल निवासी प्रमाण पत्र :- इस स्वरोजगार मॉडल के तहत लोन राशि प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को आवेदन के दौरान अपना मूल निवासी प्रमाण पत्र दिखाना पड़ेगा. आवेदक इसकी एक कॉपी अपने पास अवश्य रखें.
आधार कार्ड :- इसके अलावा आवेदन की पहचान के लिए उनके पास उनका आधार कार्ड होना भी बहुत आवश्यक है.
बीपीएल कार्ड :- इस मॉडल के तहत जिले के पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले गरीब लोगों को कवर किया जा रहा है. इसलिए लाभार्थी को अपने बीपीएल कार्ड की एक कॉपी की भी आवश्यकता हो सकती है. इसे भी वे अपने पास रखें.
बैंक पासबुक :- लोन के लिए आवेदन करने के लिए लाभार्थी को अपने बैंक खाते की जानकारी देने के लिए बैंक की पासबुक भी मांगी जा सकती हैं इसकी भी एक कॉपी लाभार्थी अपने पास अवश्य रखें.
उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल में लोन के लिए आवेदन (Uttrakhand Cooperative Bank Swarozgar Model Application)
उत्तराखंड के सहकारी बैंक द्वारा स्वरोजगार मॉडल के तहत दिए जाने वाले लोन के लिए लाभार्थी निम्न प्रकार से आवेदन कर सकता है.
ऑफलाइन माध्यम से :- लाभार्थियों को अपने स्थानीय सहकारी बैंक में जाना होगा. और वहां पर स्वरोजगार मॉडल के तहत लोन लेने के लिए आवेदन देना होगा. आवेदन फॉर्म आपको उसी बैंक से प्राप्त हो जायेगा, साथ ही अन्य जो भी जानकारी की आपको आवश्यकता हैं वह सब कुछ वहां से आपको प्राप्त हो जाएगी, कि लोन के आवेदन के लिए उन्हें क्या करना होगा और किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी आदि.
ऑनलाइन माध्यम से :- यदि लाभार्थी ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे ही आवेदन करना चाहते है, तो इसके लिए उन्हें अपने स्थानीय सहकारी बैंक की अधिकारिक वेबसाइट में जाना होगा, और वहां से वे लोन के लिए आवेदन दे सकते हैं. उन्हें यहाँ मांगे जाने वाले सभी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा. और सबमिट कर देना होगा.
आवेदन पूरा हो जाने के बाद बैंक द्वारा सत्यापन किया जायेगा और उसके बाद लाभार्थी को लोन की राशि किश्तों के आधार पर प्रदान कर दी जाएगी.
CONCLUSION
इस तरह से पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के लिए सहकारी बैंक द्वारा शुरू की गई यह पहल काफी सराहनीय हैं. इससे वहां के लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहन प्राप्त होगा. साथ ही अपनी आजीविका चलाने के लिए वे लोग आत्मनिर्भर बन सकेंगे.
एफएक्यू (FAQ’s)
Q : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल क्या है ?
Ans : यहउत्तराखंड राज्य में स्थित टिहरी जिले के सहकारी बैंक द्वारा शुरू किया गया एक विशेष मॉडल है. जिसे स्वरोजगार मॉडल भी कहा जाता है. इसके तहत पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए लोन प्रदान किया जा रहा है.
Q : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल कहां शुरू किया गया है ?
Ans : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल उत्तराखंड के टिहरी जिले में शुरू किया गया हैं इसके सफलतापूर्वक यहाँ लागू हो जाने के बाद इसे अन्य जिलों में भी लागू किया जायेगा.
Q : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल में कौन – कौन से व्यवसाय के लिए लोन दिया जा रहा है ?
Ans : उत्तराखंड के इस स्वरोजगार मॉडल के तहत सैलून, ब्यूटी पार्लर, सब्जी की दुकान एवं मटन, चिकन तथा फिश शॉप खोलने के लिए लोन प्रदान किया जा रहा है.
Q : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल के तहत दिए जाने वाले लोन में कितना ब्याज चुकाना होगा ?
Ans : इस मॉडल को 3 साल के लिए बिना किसी ब्याज को वसूल किये लाभार्थियों को दिया जाना है.
Q : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल में लोन राशि कैसे प्राप्त होगी ?
Ans : उत्तराखंड सहकारी बैंक स्वरोजगार मॉडल के तहत लाभार्थी को सहकारी बैंक में जाकर या ऑनलाइन माध्यम से पहले लोन के लिए आवेदन करना होगा और उसके बाद बैंक द्वारा उन्हें लोन की राशि प्रदान कर दी जाएगी.
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