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मुर्गी पालन का व्यापार (Business) कैसे शुरू करें | Poultry Farming Business Plan 2023 in Hindi

    मुर्गी पालन या कुक्कुट पालन का व्यापार शुरू करने की जानकारी 2023 ( How to Start Layer Poultry Farming Business for beginners, benefits, income in India in hindi)

    Murgi Farm | Poultry Farm Business | मुर्गी पालन कैसे शुरू करें

    आज के समय में युवा पीढ़ी किसी के आगे गुलामी कर के नौकरी करना पसंद नहीं करती है जिसके आज कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं कई युवा विदेशों में लाखों रुपए की नौकरी छोड़कर भारत में आकर कृषि क्षेत्र में डेरी फार्म और murgi farm जैसे बिजनेस में रुचि दिखा रहे हैं और लाखों रुपए कमा भी रहे हैं। दूध और अंडा इस समय सभी लोगों द्वारा ग्रहण किया जाता है. इसके लिए कई जगहों पर पोल्ट्री फॉर्म और डेरी फॉर्म की स्थापना की जाती है. इन पोल्ट्री और डेयरी फार्म की स्थापना का मुख्य उद्देश्य पशुपालन और व्यापार होता है. अतः ये व्यापार एक बहुत ही अच्छा और सुखद अनुभूति देने वाला काम है, जिसके लिए सरकार बहुत कम व्याज दर पर ऋण भी देती है. यहाँ पर पोल्ट्री  फार्म के स्थापना के विषय में दिया जायेगा। आज हम जिस बिजनेस के बारे में बता रहे हैं वह है मुर्गी फार्म जिसे कुछ लोग Poultry farm भी कहते हैं इस आर्टिकल में हम जानेगे की आज के समय में मुर्गी फार्म business में लाभ है या हानि है क्या इसमें भविष्य सुरक्षित है क्या यह भविष्य का बिजनेस है।

    मुर्गी पालन का व्यापार (Business) कैसे शुरू करें | Poultry Farming Business Plan 2023 in Hindi


    पोल्ट्री फार्म की योजना तैयार करना ( murgi farm plan )

    चाहे बिजनेस हो या कोई भी अन्य कार्य हर कार्य को एक योजना बन्ध तरीके से करने पर ही वह सफल होता है इसलिए हमें murgi farm खोलने से पहले संपूर्ण योजना बनानी होगी जो इस प्रकार से आप बना सकते हैं – सबसे पहले तय करें कि कितनी मुर्गी से शुरु करना है फार्म , उसमें कुल खर्चा कितना आएगा, poultry farm के लिए लोन ,जमीन की व्यवस्था करना, छप्पर की व्यवस्था करना, मुर्गी फार्म का रजिस्ट्रेशन कराना, मुर्गी फार्म के लिए मुर्गी का चयन करना,मुर्गी पालन उपकरण, मुर्गी के खाने की व्यवस्था करना, मुर्गी फार्म से कमाई।



    मुर्गी पालन का काम की स्थापना के लिए सही जगह की आवश्यक्ता (Need the Correct Place for start Poultry Farming Business):

    इसके लिए कुछ अधिक जगह की आवश्यकता पड़ती है. इस व्यापार में इस्तेमाल होने वाली जगह का बहुत बड़ी भूमिका होती है. पोल्ट्री और डेरी फार्म की स्थापना के लिए आवश्यक जगहों का वर्णन नीचे दिया जा रहा है.


    पोल्ट्री फॉर्म अथवा डेरी फार्म के लिये साफ़ सुथरी और लम्बी जगहों की आवश्यकता होती है. यह दरअसल इस व्यापार का सबसे महंगा हिस्सा है, किन्तु इसके लिये डरने की आवश्यकता नहीं है. छोटे पैमाने पर इस व्यापार को करने के लिए आप अपने घर के आस पास की ज़मीन का इस्तेमाल कर सकते हैं, क्यों कि मवेशियों अथवा पाली गयी मुर्गियों की संख्या पर इस्तेमाल होने वाली ज़मीन की लम्बाई- चौडाई निर्भर करती है. वातावरण की कुछ विशिष्ट वर्णन नीचे दिए जा रहे हैं,


    • इसके लिए ख़ास कर वैसी जगहो का चयन करना चाहिये, जो शहर से थोड़ी दूर होती है, ताकि जानवरों को होर्न आदि से कोई परेशानी न हो.

    • अपने चुने गये जगह पर ये तय कर लें कि पानी की कमी किसी भी तरह से नहीं होगी. यदि आप फार्म घर के आस पास लगाना चाहते हैं तो ये परेशानी आपको पेश नहीं आएँगी.

    • जगह चुनने से पहले वहाँ ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था का जायजा ज़रूरो ले लें.



    पोल्ट्री फार्म के जमीन की व्यवस्था करना( chicken farm land)

    जब लोन प्राप्त हो जाए और पैसों की सभी व्यवस्था हो जाए उसके उपरांत हमें Murgi Palan के लिए जमीन की व्यवस्था करनी होगी और कोशिश करनी होगी कि मार्केट के पास जमीन की व्यवस्था हो जाए अगर मार्केट के पास जमीन की व्यवस्था ना हो तो जमीन ऐसी जगह ले जहां से आवागमन की अच्छी सुविधा हो जहां से आप आसानी से ग्राहक तक और ग्राहक आप तक पहुंच सके, साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जहा जमीन ले रहे हैं वहां पीने के पानी की पूरी व्यवस्था हो



    मुर्गी फार्म के लिए लोन और सब्सिडी (loan and subsidy for murgi farm )

    Murgi farm के लिए आप किसी भी सरकारी बैंक से लोन ले सकते हैं. Sbi बैंक इस काम के लिए कुल लागत का 75 परसेंट तक लोन देता है. Sbi से ज्यादा से ज्यादा आप 9 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं. एसबीआई लोन को 5 साल में चुकाना होता है. अगर किसी वजह से 5 साल में लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो 6 महीने का और समय दिया जाता है Murgi farm के लिए सरकार 25 परसेंट तक सब्सिडी देती है. एससी/एसटी वर्ग के भाईयों के लिए यह सब्सिडी 35 फिसदी तक है. नाबार्ड Murgi palan पर सब्सिडी देता है.



    मुर्गी पालन का काम के लिए ऋण (Poultry farming subsidy):

    पोल्ट्री फॉर्म के लिए सरकार आंशिक रूप से ऋण देती है. कल्पना कीजिये कि आप पोल्ट्री फॉर्म की स्थापना करना चाहते हैं और इसका बजट 1 लाख रूपए का बनाया है, हालांकि इसका बजट 1 लाख से ऊपर का होता है. फिर भी यदि 1 लाख रूपए का बजट हो, तो सरकार इस पर सब्सिडी प्रदान करती है, जनरल कैटेगरी वालों को 25% प्रतिशत यानि 25000 रू की सब्सिडी और यदि आप एसटी/ एससी कैटेगरी के हों, तो 35% प्रतिशत रू 35000 की सब्सिडी देती हैं. ये सब्सिडी NABARD और एमएएमसई द्वारा दी जाती है. इसी तरह आप कम खर्च में पेन बनाने का व्यापार शुरू कर सकते है.



    मुर्गी पालन का काम के लिए लोन के लिए कैसे अप्लाई करें (How to apply Loan for poultry farming):

    सरकार इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनायें लागू करती है, किन्तु लोगों तक इस योजनाओं की जानकारी नहीं पहुँच पाती और वे इनके लाभ से वंचित रह जाते हैं. सब्सिडी का अर्थ है, कि जितने पैसे की आवश्यकता होती है वह ऋण के मध्यम से मिल जाता है. इस तरह से आपको अपने घर से एक पैसा लगाने की ज़रुरत नही पड़ती है. कई बार लोग विभिन्न तरह की भ्रांतियों जैसे ऋण आदि के विषय में सोच कर इन योजनाओं का लाभ नहीं उठाते हैं. इस काम के लिए कोई भी बैंक आसानी से ऋण दे देता है. दरअसल भारत सरकार द्वारा देश के विभिन्न बैंकों को ये निर्देश दे रखा है, कि वे फार्मिंग के लिए लोन दें. अतः वे फार्मिंग ऋण देने के लिए कटिबद्ध है. साथ ही सरकार फार्मिंग ऋण का रिस्क भी उठाती है.



    मुर्गी पालन का काम के लिए व्याज दर (Poultry farm interest rates):

    इस व्यवसाय के लिए लिए गए ऋण पर 0% की  दर लागू होती है, यानि मूलधन के अलावा आपको किसी तरह का व्याज बैंक को लौटाने की ज़रुरत नहीं पड़ती है.



    मुर्गी पालन का काम के व्यवसाय को कैसे स्थापित करें (How to manage and Start poultry farm Business in hindi):

    क्यों कि इस व्यापार को सरकार का पूरा सहयोग प्राप्त होता है, अतः इसे बहुत ही व्यवस्थित तरह से शुरू करने की ज़रुरत होती है. यहाँ पर इसके आवश्यक तथ्यों का वर्णन किया जा रहा है.


    • स्थान का चयन: सबसे पहले स्थान का चयन कर लें. इस स्थान पर पशुओं को रहने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था पूरा करें. स्थान की साफ़ सफाई के लिए भी व्यवस्थाएं करनी होती हैं.


    • पंजीकरण : इसके बाद अपने पोल्ट्री फार्म को एमएसएमई के द्वारा एक कंपनी अथवा एमएसएमई के ज़रिये पंजीकृत करें. एमएसएमई की सहायता से उद्योग आधार का पंजीकरण आसानी से हो जाता है. उद्योग आधार का पंजीकरण कराने के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें.


    1. उद्योग आधार में ऑनलाइन बहुत सरलता से पंजीकरण करा सकते हैं. ऑनलाइन पंजिकरण के लिए वेबसाईट udyogaadhar.gov.in पर विजिट करें.

    2. इस वेबसाइट पर जाने के बाद आपको वहाँ पर उद्यमी को आधार संख्या और उसका नाम डालना होता है. उसके बाद ‘वैलिडेट आधार’ वाले विकल्प पर क्लिक करें.

    3. इस पर क्लिक करते ही आपका आधार वैलिडेट हो जाता है और आगे की प्रक्रिया करनी होती है.

    4. आधार वैलिडेट हो जाने के बाद कंपनी का नाम, कम्पनी का प्रक्रार, व्यवसाय का पता, राज्य, जिला, पिन संख्या, मोबाइल संख्या, व्यवसाय की ईमल, व्यवसाय शुरू होने की तारीख, पूर्व पंजीकरण डिटेल, बैंक डिटेल, एनआईसी कोड, कम्पनी में काम करने वाले लोगों की संख्या, इन्वेस्टमेंट की राशि आदि डाल के कैप्त्चा डालें.

    5. इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें.

    6. अब एमएसएमई की तरफ से सर्टिफिकेट जेनरेट हो जाता है, इसके बाद आपके ईमेल में भी सर्टिफिकेट आ जाता है. आप इस ईमेल से इसका प्रिंट करा कर अपने ऑफिस में लगा सकते हैं.


    इस तरह से आपकी कंपनी पंजीकृत हो जाती है और इसकी सहायता से आप लोन भी ले सकते हैं या अन्य औपचारिक कार्यों में भी इसका प्रयोग कर सकते हैं.


    • हिसाब: इसके बाद एक सादे काग़ज़ पर पोल्ट्री या डेरी फार्म बनाने में आने वाले खर्चों को मसलन छत बनाने का, स्टैंड बनाने का, नेट आदि के ख़र्च का हस्तलिखित हिसाब कर लें. इसके बाद इस हिसाब के साथ अपना पता प्रमाण पत्र, अपनी पहचान पत्र आदि के साथ अपने नजदीकी बैंक में पहुँच जाएँ.


    • सर्विस बैंक लोन: सर्विस बैंक लोन ऋण प्राप्त होने के बाद की प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया के अंतर्गत ऋण प्राप्तकर्ता को विभिन्न तरह के प्रपत्रों पर हस्ताक्षर करने होते हैं.


    • सब्सिडी रिलीज़: इसकी सबसे अच्छी बात ये है, कि जिस बैंक से आप ऋण ले रहे हैं, वही बैंक नाबार्ड के ज़रिये सब्सिडी सेनशन करती है. सब्सिडी के लिए किसी दूसरी जगह पर जाने की आवश्यकता नहीं होती है. ये सब्सिडी आपके बैंक अकाउंट में खुद ब खुद पहुँच जाता है.


    इस तरह आपका मुर्गी पालन का काम स्थापित हो जाता है.



    मुर्गी पालन का काम से लाभ (Farming business benefits):

    Poultry farm से कितनी होगी कमाई


    एक स्‍वस्‍थ चूजा 30 से 40 रुपए में मिल जाता है। और ब्रायलर चूजा अच्‍छा व पौष्टिक दाना मिलने पर 40-50 दिन में एक किलोग्राम हो जाता है, जबकि लेयर ब्रिड के चूजे 4 से 5 महीने में अंडे देना शुरू कर देते हैं और औसतन डेढ़ साल तक लगभग 300 अंडे देते हैं। आप Murgi farm लगभग 1 हजार मुर्गी से महीने के 30-50 हज़ार रुपए तक कमाई कर सकते हैं, अपना खर्चा निकाल कर के और यह कमाई टाइम के साथ बढ़ती चली जाएगी   


    • तात्कालिक समय में देश में पोल्ट्री और डेरी फमिंग बहुत व्यवस्थित तरह से नहीं हो रही है. अतः सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए विभिन्न तरह की सुविधाएँ और 0% व्याज दर पर वाज दे रही है.

    • यदि आप किसान हैं, तो फिर जानवरों के खाने के लिए भी अधिक चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती है, क्यों कि पैदा हुए अनाज के एक हिस्से और पुआल वगैरह से मवेशियों का आहार तैयार किया जा सकेगा.

    • पोल्ट्री फार्म से कई अन्य बेरोजगार लोगों को विभिन्न तरह के काम मिल जाया करते हैं.

    • भारत में लगभग सभी तरह के डेरी और पोल्ट्री फार्म से उत्पन्न वस्तुओं की खपत बहुत अधिक मात्रा में होती है, अतः इसमें लाभ की बहुत बड़ी उम्मीद होती है.

    • ये एक ऐसा व्यापार है, जिसे यदि अच्छे से चलाया जाए तो एक समय में सरकारी ऋण चूका कर एक अच्छे खासे पोल्ट्री फॉर्म का मालिक बना जा सकता है.


    अतः उपरोक्त लिखी गयी बातों से ये स्पष्ट है कि पोल्ट्री फॉर्म बहुत आसानी से सरकारी सहायता से शुरू की जा सकती है और साथ ही खूब लाभ कमाया जा सकता है.



    कितनी मुर्गी से शुरु करे फार्म (Start a farm with how much poultry)

    Murgi palan के इस business को छोटे स्तर कम से कम 500 से लेकर 1000 मुर्गियों के एक छोटे लेयर फार्मिंग की शुरुआत कर करते हैं तो अच्छा रहता है बाकी इससे छोटा या बड़ा मुर्गी फार्म खोलना आपकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है



    मुर्गी फार्म खोलने में खर्चा (cost of poultry farm)

    एक मुर्गी फार्म खोलने में कुल खर्च का सही आकलन बताना मुमकिन नहीं है क्योंकि यह मुर्गियों की संख्या और मुर्गियों की नस्ल पर निर्भर करता है पर हम जो छोटे मुर्गी फार्म का उदाहरण लेकर चल रहे हैं उसमें 2 लाख से 5 लाख तक का खर्चा आएगा क्योंकि देसी मुर्गी 300 से लेकर ₹500 तक मिलती है अलग अलग राज्य में है अलग अलग कीमत है



    छप्पर की व्यवस्था करना (Shedding for Murgi Palan)

    Murgi Farm- अगर आप 500 से 1000 मुर्गियों के लिए फार्म तैयार करते हैं तो आपको लगभग 800 से 1500 वर्गफीट जमीन की जरूरत पड़ती है. इतनी जगह का छप्पर; तैयार करवाने में लगभग 40 से 50 हजार रु खर्च हो जाएंगे. ये रकम छप्पर की गुणवत्ता के अनुसार ऊपर निचे हो सकती है. और एक बड़ा स्टोर की भी आवश्यकता होगी , मुर्गियों का दाना पानी रखने के लिए तो इन सब में आपका 80 हजार से से एक लाख 40 हजार तक खर्च होंगे. 8-9 हजार रूपये तक पानी की व्यवस्था के लग जायेगें



    मुर्गी फार्म का रजिस्ट्रेशन कराना(poultry farm registration)

    आप को अपने poultry farm को MSME के द्वारा एक कंपनी के रूप में या MSME के ज़रिये पंजीकृत करें. एमएसएमई की सहायता से उद्योग आधार का पंजीकरण आसानी से हो जाता है उद्योग आधार में ऑनलाइन बहुत सरलता से पंजीकरण करा सकते हैं. ऑनलाइन पंजिकरण के लिए वेबसाईट http://udyogaadhar.gov.in पर विजिट करें MSME से पंजीकृत करने पर लोन आसानी से मिलने में मदद होती है



    Murgi farm के लिए मुर्गी का चयन

    ब्रायलर मुर्गी- ब्रायलर एक प्रकार की पोल्ट्री पक्षी है। यह मुर्गियों खासतोर पर अपने माँस के लिये पाली जाती हैं। 60-70 दिन में ही इस मुर्गी के बच्चे का वजन करीब २ किलो तक पहुच जाता है लेयर मुर्गी- इनका पालन अन्डा उत्पादन के लिए किया जाता है। और आज के समय में अंडे की मांग बहुत ज्यादा है इन दोनों में से आपको किस का चयन करना है यह अपने मार्केट में जाकर पता करें कि ज्यादा डिमांड किस चीज की है फिर उसी नस्ल की मुर्गी पालन करें



    मुर्गी पालन उपकरण | Poultry Farm equipment

    Murgi Farm -हमें चूजो और मुर्गियों को दाना देने के लिए कुछ उपकरण की जरूरत होगी जिन्हें आप उदाहरण से समझ सकते हैं मुर्गी पालन उपकरण की क़ीमत लिस्ट से समझ सकते हैं.प्रत्येक 90-100 चूजो के लिए 3 से 5 दाने और 3 से 5 ही पानी के पात्र आवश्यक होते हैं.ये पात्र मैन्युअल और ऑटोमेटिक दोनों तरह के आते हैं

    चीज

    मात्रा

    मूल्य (लगभग रूपए)

    पोल्ट्री फीडर

    6-10

    600-1200

    चिकन ड्रिंकर

    6-10

    400-800

    बेबी चिक फीडर

    5-11

    500-1000

    पोल्ट्री वैक्सीनेटर

    11-20

    5000-8000

    डीबीकर

    1-3

    4500-7000

    पिंजरा

    12-20

    1500-3000

    total (लगभग)

    41-74

    12500-21000



    मुर्गी के खाने की व्यवस्था करना

    Murgi farm की मुर्गियों की अच्छी सेहत के लिए खाने का बहुत ध्यान रखें. हमेशा अच्छा भोजन ही लेकर आए जिसमें जरूरी मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम हो. जिस बर्तन में दाना-पानी दे उसकी टाइम-टाइम पर सफाई करें. मुर्गियों के लिए दाना आसानी से पोल्ट्री फीड विक्रेता की दुकान पर मिल जाता है मुर्गी पालन में 3 प्रकार के दाने का उपयोग किया जाता है. ये चूजो से लेकर मुर्गियों की उम्र के हिसाब से दिया जाता है प्री-स्टार्टर (Pre-starter feed) :- 0-10 दिन तक के चूजों के लिएस्टार्टर (Starter feed) :- 11-20 दिन के ब्रायलर चूजों के लिएफिनिशर (Finisher feed) :- 21 दिन से मुर्गी को बेचने तक।



    FAQ

    People also ask

    मुर्गी फार्म खोलने में कितना रुपये लगेगा?

    यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना बड़ा Murgi farm खोलना चाहते हैं और कितनी मुर्गी से शुरू करना चाहते हैं 500 मुर्गी से शुरू करने पर छप्पर, मुर्गी और उपकरण पर दो लाख तक रुपये लगेंगे इसमें आपको सब्सिडी भी मिल जाएगी


    पोल्ट्री फार्म का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

    आप मुर्गी फार्म को MSME की सहायता से उद्योग आधार में ऑनलाइन बहुत सरलता से पंजीकरण करा सकते हैं. ऑनलाइन पंजिकरण के लिए https://udyamregistration.gov.in/Government-India/Ministry-MSME-registration.htm वेबसाईट पर विजिट करें.


    मुर्गी फार्म के लिए कौन-सी मुर्गी खरीदे लेयर या ब्रायलर्स?

    ब्रायलर मुर्गीपालन मांस के लिए किया जाता है और लेयर मुर्गीपालन अंडे के लिए किया जाता है। ब्रायलर पालन में कम जगह और कम पैसों की जरूरत होती है। इसमें ज्यादा लोगों की आवश्यकता नहीं होती है। जबकि लेयर मुर्गीपालन ज्यादा लागत वाला काम है।


    500 मुर्गी फार्म बनाने में कितना खर्चा आएगा?

    Murgi farm 500 मुर्गी से शुरू करने पर छप्पर, मुर्गी और उपकरण पर दो लाख तक रुपये लगेंगे इसमें आपको सब्सिडी भी मिल जाएगी


    मुर्गी का बच्चा कितने दिन में तैयार होता है?

    देशी मुर्गी का बच्चा 50-60 दिन में 2kg का हो जाता है ब्रायलर मुर्गी का बच्चा 30-45 दिन में 2kg तक हो जाता है


    मुर्गी का बच्चा कितने का आता है?

    एक किलो चिकेन का औसतन रेट 200 रुपए प्रति किलो मानें तो 40 दिनों बाद दो किलो का एक चूजा करीब 400 रुपए का हो जाएगा। इस दौरान एक चूजे की देखरेख और खान-पान पर करीब 150 रुपए का खर्च आएगा। ऐसे में अगर आपने 1500 चूजे तैयार किये हैं तो 40 दिनों बाद इनसे 06 लाख रुपए तैयार हो जाएंगे। इन पर खर्च 2,25000 रुपए का आएगा।12-Sept-2021


    पोल्ट्री फार्म गांव से कितनी दूरी पर होना चाहिए?

    नई हिदायतों के अनुसार पोल्ट्री फॉर्म रिहायशी क्षेत्र से 500 मीटर की दूरी पर होना चाहिए।


    500 मुर्गी पालन में कितना खर्च आता है?

    500 कड़कनाथ मुर्गी पालन में brooding का खर्च 1 हजार रुपये, चिक्स का खर्च 35 हजार रुपये, वैक्सीन व मेडिसिन 2 हजार रुपये, बिजली बिल 2 हजार रुपये व अन्य खर्च 2 हजार रुपये तथा फीडिंग का खर्च 45 हजार रुपए आदि आता है इस तरह से टोटल खर्च 87 हजार रुपये आता है, एक मुर्गी तीन महीने में मार्केट में बेचने के लायक अर्थात तैयार हो ...31-Jul-2021


    पोल्ट्री फार्म का बिजनेस कैसे करें?

    पोल्ट्री फार्म का बिजनेस कैसे शुरु हो सकता है?

    1. उचित स्थान (व्यापारिक भूमि या स्थान) का चयन करना

    2. पोल्ट्री फार्म के लिए हवादार छपरी बनाना

    3. मुर्गी/मुर्गी के चूजों को खरीदकर अपने पोल्ट्री फार्म पर लाना

    4. मुर्गियों/मुर्गों के लिए उचित पोषणयुक्त भोजन की व्यवस्था करना

    5. बिजली और पानी की व्यवस्था करना

    6. पैकेजिंग की व्यवस्था करना


    1000 मुर्गी पालन में कितना खर्च आता है?

    यदि आप 10 हजार मुर्गियों से पॉल्‍ट्री लेयर फार्मिंग करना चाहते हैं तो आपको 10 से 12 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा और बैंक आपको 40 से 42 लाख रुपए तक का लोन दे सकता है। बैंक से आसानी से लोन लेने के लिए नाबार्ड कंसलटेंसी सर्विस की सहायता भी ली जा सकती है। नाबार्ड के मुताबिक, एक स्‍वस्‍थ चूजा 16 से 18 रुपए में मिल जाता है।


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